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द गर्ल इन रूम 105

"या ख़ुदा, प्रेग्रेसी किट्स और बुलेट्स को देखकर वे बोल पड़े। 'ये सब क्या है?"


"यह सवाल तो हमें आपसे पूछना चाहिए। यह सब आपके घर से मिला है,' सौरभ ने कहा ।

सफ़दर ने जारा और सिकंदर की तस्वीर उठा ली, जिसमें सिकंदर हाथ में मशीन गन लिए हुए था।

'अल्लाह कसम, मुझे इस सबके बारे में कुछ पता नहीं था।'

सफ़दर अपनी बातचीत खत्म कर जारा के रूम में चले आए।

उन्होंने सफ़ेद पैकेट उठाया। 'यह क्या है?" "कुछ नहीं पता, मैंने कहा 'बाय द वे, क्या आप यह पड़ सकते हैं?' मैंने उन्हें बिजनेस कार्ड थमाते हुए

कहा।

उसे अपना यह

"

"वो पूरे एक साल तक मुझसे लड़ती रही, क्योंकि मैंने तुम पर कनवर्ट होने का दबाव बनाया था। उसने तुम्हे

'हाशिम अब्दुल्ला, कमांडर, तेहरीक्के-ए-जिहाद, सफ़दर ने कहा । "और इसके अलावा?"

"कुछ नहीं। यहां कोई नंबर या पता नहीं लिखा है।' मैंने वो सारी चीजें उठाई और अपने बैकपैक में रख लीं।

'हमें ये सब चीजें अपने साथ ले जानी होंगी, मैंने कहा।

सफ़दर ने एक पल सोचा और हामी भर दी। "तुम उससे प्यार करते थे, हम जाने के लिए उठे तो सफदर ने कहा।

यह कोई सवाल नहीं था, फिर भी मैंने जवाब दिया, 'हो।'

'बो भी तुमसे बहुत प्यार करती थी, केशव।''

"क्या सच?"

"बो किसी भी कीमत पर एक परिवार का हिस्सा बनना चाहती थी। उसे लगता था कि

परिवार तुमसे मिलेगा। लेकिन जब तुम्हारे पैरेंट्स ने उसे पसंद नहीं किया तो वह अंदर से टूट गई। मैं चुप रहा। शायद सफदर जानते थे कि उन्होंने मेरी दुखती रग पर हाथ रख दिया है।

खो दिया तो वो मुझसे भी कट गई। इन्हीं हालात में वो सिकंदर के क़रीब आई थी।' 'हो सकता है। मैं लगातार उससे फिर से जुड़ने की कोशिश करता रहा, लेकिन वो मेरी अनदेखी करती

रही. मैंने धीमे से कहा।

"क्योंकि भले ही वो तुमसे प्यार करती हो, तुम उसे वह नहीं दे सकते थे जिसकी उसे चाहत थी, और वह था एक स्थाई परिवार। यह मैं भी उसे नहीं दे सका था। मेरी तीन शादियों के कारण चीजें हमेशा बनती-बिगड़ती ही रहीं। पहले उसने अपनी मां को खो दिया, फिर भाई को फिर तुम्हें मेरी बेचारी बेटी ने अकेले ही कितना कुछ सहा है।'

'आई एम सॉरी, अंकल, ' मैंने धीमे से कहा 'मुझे अब यह सब बताने की कोई जरूरत नहीं।" सफ़दर ने मेरे बैकपैक की ओर इशारा किया।

"अगर यह पुलिस या मीडिया के हाथ लग गया तो सब ख़त्म हो जाएगा। जिस जारा को प्यार करने तुम दावा करते हो, उस पर हमेशा-हमेशा के लिए टेररिस्ट का ठप्पा लग जाएगा।'

का

'वैसे भी मैं यह सब अभी किसी को नहीं देने वाला था। क्योंकि अगर ये चीजें सामने आ गई तो उसके

क़ातिल

और चौकन्ने हो जाएंगे, मैंने कहा। "भाई, आर यू सीरियस ? तुम अब भी हत्यारों को पकड़ना चाहते हो?" सौरभ ने कहा ।

"क्यों नहीं?' मैंने कहा।

"क्योंकि अगर इस मामले में टेररिस्ट्स इनवॉल्ड हैं तो हमें भी गोलियों से भून देने में वक्त नहीं लगाएंगे।' "क्या हम इस बारे में बाद में बात कर सकते हैं?" मैंने सौरभ से कहा। 'बात करने को अब कुछ नहीं है। मैं घर जा रहा हूँ, सौरभ ने कहा और जारा के बेडरूम से बाहर निकल

'तुम्हारा दोस्त नही कह रहा है। वो लोग बहुत खतरनाक हैं। इस बात को मानने में चाहे जितनी तकलीफ़

गया।

हो, बेहतर यही होगा कि तुम समझ लो उन्हीं लोगों ने जारा को मारा है और अपनी जिंदगी में हमेशा की तरह मसरूफ हो जाओ, सफ़दर ने कहा । मैंने अपने बैकपैक की जिप लगाई और अपनी पीठ पर लाद लिया और में जाने के लिए उठ खड़ा हुआ। 'मेरे साथ एक प्रॉब्लम है, अंकला मेरे लिए "जस्ट मूव ऑन" करना हमेशा से मुश्किल रहा है।"

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